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निफ्टी - बैंक निफ्टी एक बार फिर रिकॉर्ड हाई पर

 

निफ्टी - बैंक निफ्टी एक बार फिर रिकॉर्ड हाई पर




Market At Recorg High : निफ्टी और बैंक निफ्टी एक बार फिर नए शिखर पर पहुंचने में कामयाब रहा. 27 दिसंबर (बुधवार) को इन दोनों इंडेक्स ने नया हाई लगाया है. ग्लोबल बाजारों से भी आज मजबूत संकेत मिले थे.

निफ्टी - बैंक निफ्टी एक बार फिर रिकॉर्ड हाई पर, इस धाकड़ तेजी की टॉप 5 वजह जानिए


साल 2023 खत्म होने में अब बस चंद दिन हैं लेकिन शेयर बाजार में तेजी का दौर फिलहाल थमते नहीं दिख रहा. बुधवार को भारतीय शेयर बाजार एक बार फिर नए शिखर पर पहुंचने में कामयाब रहा. सेंसेक्स 71,800 के स्तर पर कामकाज करते नजर आया, जोकि 71,913 से कुछ ही अंक दूर है. निफ्टी50 एक बार नए शिखर पर पहुंच चुका है. इस प्रमुख इंडेक्स ने 21594.05 के नए शिखर पर पहुंचने में कामयाब रहा. निफ्टी बैंक भी नए रिकॉर्ड ऊपरी स्तर पर पहुंच चुका है.

आमतौर पर हर साल इस समय में छुट्टियों के मौसत में शेयर बाजार में सुस्ती देखने को मिलती है. लेकिन 2023 में ठीक इसके उलट बाजार में तेजी का दौर जारी है. एनालिस्टों का कहना है कि बाजार में छुट्टियों के दौर में कामकाज अच्छा चल रहा है. ये बुल रन को दर्शाता है.


रिकॉर्ड स्तर पर दौड़ रहे निफ्टी के स्टॉक्स
नवंबर महीने के दौरान सेंसेक्स और निफ्टी में करीब 5% की तेजी दिखी और दिसंबर महीने के दौरान अब तक इनमें 7% तक की तेजी दिखी है. 27 दिसंबर को दोपहर के कारोबार तक निफ्टी के 50 में से 40 स्टॉक्स बढ़त पर कामकाज करते दिखे. इसमें से भी करीब 13 स्टॉक्स 52-हफ्ते के शिखर पर कारोबार कर रहे हैं. जबकि, 9 स्टॉक्स तो रिकॉर्ड ऊंचाई पर हैं. आगे जानते हैं कि बाजार में इस शानदार तेजी के कारण क्या हैं और आगे कैसा आउटलुक है.

बाजार में इस धाकड़ तेजी की वजह
  • 1. बुधवार को विदेशी बाजारों से भी अच्छे संकेत मिले हैं. मंगलवार को अमेरिकी बाजार करीब आधे फीसदी की तेजी के साथ बंद हुआ. S&P 500 इंडेक्स रिकॉर्ड तेजी से कुछ ही अंक दूर बंद हुआ. जबकि, डाओ जोंस और नैस्डैक करीब आधे फीसदी की तेजी के साथ बंद हुए. एशिया के बाजारों में भी तेजी नजर आ रही.
  • 2. अमेरिकी केंद्रीय बैंक की ओर से दरों में आगे कटौती के संकेत मिले हैं. अमेरिका में महंगाई दर में नरमी की वजह से शेयरों में खरीदारी देखने को मिल रही है. फेडरल रिजर्व अगले साल मार्च से ब्याज दरों में कटौती कर सकता है. बाजार का अनुमान है कि फेड करीब 80 बेसिस प्वॉइंट तक की कटौती कर सकता है. जब ब्याज दर कम होता है तो फाइनेंशियल सिस्टम में पैसा का फ्लो बढ़ता है. इससे कंपनियों का मुनाफा भी संभावित तौर पर बढ़ता है.
  • 3. भारतीय अर्थव्यवस्था का आउटलुक मजबूत नजर आ रहा है. ग्लोबल रेटिंग एजेंसी Fitch का अनुमान है कि भारत दुनिया की सबसे तेज ग्रोथ वाली अर्थव्यवस्थाओं में सामिल होगा. 2024-25 तक भारत की GDP 6.5% रहने का अनुमान है. चालू कारोबारी साल के लिए इसे 6.9% रहने का अनुमान है.
  • 4. नवंबर महीने से ही विदेशी संस्थागत निवेशक भारतीय शेयर बाजार पर दांव लगा रहे हैं. नवंबर में ₹24,546 करोड़ निवेश के बाद दिसंबर में अब तक विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPIs) ने ₹78,903 करोड़ रुपए निवेश किया है.
  • 5. इस साल अब तक बाजार में तेजी का बड़ी वजह से छोटे-मझोले शेयरों में तेजी की वजह से रही है. स्मॉलकैप और मिडकैप शेयरों में लगातार तेजी जारी है. लेकिन, अब लार्जकैप शेयरों ने भी रफ्तार पकड़नी शुरू कर दी है.


  • (डिस्‍क्‍लेमर: यहां स्‍टॉक्‍स में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस द्वारा दी गई है. ये Finance Beees के विचार नहीं हैं. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)

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