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Diwali muhurat 2024 trading: शेयर बाजार मुहूर्त ट्रेडिंग कब है? उस दिन क्या होगा? क्या करना चाहिए?, जानिए डिटेल में....

 

Diwali muhurat 2024 trading: शेयर बाजार मुहूर्त ट्रेडिंग कब है? उस दिन क्या होगा? क्या करना चाहिए?, जानिए डिटेल में.... 



Diwali muhurat 2024 trading:- दिवाली पर भारतीय शेयर बाजार इस अवसर को एक घंटे के विशेष शाम के ट्रेडिंग सत्र के साथ मनाता है जिसे मुहूर्त ट्रेडिंग के रूप में जाना जाता है. निवेश के लिए शुभ समय के रूप में मनाया जाने वाला यह परंपरा समृद्धि का प्रतीक बन गया है. निवेशक अक्सर इसे अपने पोर्टफोलियो में अच्छे रिटर्न के तौर पर देखते हैं.

कब है मुहूर्त ट्रेडिंग-  इस साल, बीएसई और एनएसई दोनों शुक्रवार, 1 नवंबर को शाम 6:00 बजे से 7:00 बजे तक मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र आयोजित करेंगे.

जबकि बाजार दिन के दौरान बंद रहेंगे. यह शाम का सत्र निवेशकों को दिवाली के दौरान ट्रेडिंग की एक लंबे समय से चली आ रही परंपरा का पालन करते हुए टोकन निवेश करने की अनुमति देता है.

ऐतिहासिक रूप से देखें यानी आंकड़ों को चेक करें तो साफ पता चलता है कि मुहूर्त ट्रेडिंग सत्रों में अक्सर तेजी रही है, भले ही ट्रेडिंग वॉल्यूम आमतौर कम रहे हों.

पिछले 16 साल में, मुहूर्त ट्रेडिंग सत्रों में से 13 में सेंसेक्स और निफ्टी हरे निशान यानी बढ़त के साथ बंद हुए.



Diwali muhurat 2023 trading:-
पिछले साल 2023 मुहूर्त सत्र  में दिवाली 12 नवंबर को मनाई गई और उस दिन सेंसेक्स और निफ्टी करीब आधा फीसदी बढ़त के साथ बंद हुए. जो पांच वर्षों में दूसरा सबसे अच्छा मुहूर्त ट्रेडिंग प्रॉफिट था.

साल 2023 के सत्र में बीएसई सेंसेक्स 355 अंक बढ़कर 65,259 पर बंद हुआ, जो 0.55 फीसदी बढ़ा, और निफ्टी 50 100 अंक बढ़कर 19,525 पर बंद हुआ, जो 0.52 फीसदी बढ़ा.

मिड और स्मॉलकैप शेयरों ने बेहतर प्रदर्शन किया, जिसमें बीएसई मिडकैप इंडेक्स 0.67 फीसदी और बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स 1.14 फीसदी चढ़ा.

बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप बढ़कर ₹322.5 लाख हो गई था, इसमें करीब ₹2.2 लाख करोड़ की ग्रोथ आई थी.

2023 के मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र में प्रमुख प्रदर्शन करने वालों में 30 सेंसेक्स शेयरों में से 28 और 50 निफ्टी शेयरों में से 43 शामिल थे.

कोल इंडिया, यूपीएल, इंफोसिस और आयशर मोटर्स शामिल थे, जो सबसे ज्यादा बढ़त के साथ बंद हुए.

मुहूर्त ट्रेडिंग का इतिहास पिछले कुछ वर्षों में- मुहूर्त ट्रेडिंग के दिन लगातार तेजी दिखाई है.

साल 2022 में करीब एक फीसदी की बढ़त रही.
साल 2021 में 0.5 फीसदी की तेजी आई
साल 2020 में 0.47 फीसदी की तेजी आई
साल 2019 में 0.37 फीसदी की तेजी आई
साल 2018 में 0.7 फीसदी की तेजी आई
साल 2017 में(-0.6 फीसदी) की गिरावट
साल 2016 में(-0.04 फीसदी) की गिरावट
साल 2012 में(-0.3 फीसदी) की मामूली गिरावट रही.


Diwali muhurat 2008 trading:-
मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र 28 अक्टूबर, 2008 को सबसे बड़े वित्तीय संकट के दौरान हुआ था, जब इंडेक्स 6 फीसदी बढ़ गए थे. मुहूर्त ट्रेडिंग के दिन की ये सबसे बड़ी तेजी है.



मुहूर्त ट्रेडिंग में क्या गलती ना करें!

मुहूर्त ट्रेडिंग के दिन बेहद कम लिक्विडिटी होती है. इसीलिए यह सुझाव दिया जाता है कि निवेशक, विशेष रूप से शुरुआती, बड़े ट्रेडों के बजाय टोकन निवेश करें. जो भी शेयर खरीदें अच्छे फंडामेंटल  वाले और लॉन्ग टर्म के लिए खरीदे.




Disclaimer: शेयर बाजार में निनिवेश बाज़ार के जोखिमों के अधीन है. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श करें.

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