Suzlon Energy Share: 24 घंटे में दो खबर आई- शेयर पर सीधा असर
Suzlon Energy Share: 24 घंटे में दो खबर आई- शेयर पर सीधा असर
सुजलॉन एनर्जी को लेकर बड़ी खबर आई है. कंपनी ने एक्सचेंज पर जारी जानकारी में बताया कि कंपनी को एक ऑर्डर मिला है. हालांकि, शेयर में गिरावट है. लेकिन खबर के बाद रिकवरी आई . 10 अक्टूबर की सुबह शेयर 76.69 रुपये के बंद भाव के मुकाबले 77.50 रुपये पर खुला. इसके बाद शेयर 77.80 रुपये के पार पहुंच गया.
24 घंटे में दो बड़ी खबरें- कंपनी को Jindal Renewables Ink से 400 MW कैपटिव विंड पावर के लिए ऑर्डर मिला है. कंपनी ने समझौता किया है. कंपनी ने बताया कि ये इंटीग्रेटिड प्लांट के लिए ऑर्डर मिला है.
दूसरी खबर- कंपनी ने एक्सचेंज पर बताया कि ईटी ने जो खबर चलाई है कि टाटा पावर से ऑर्डर मिला है. वो पूरी तरह गलत है. कंपनी खंडन करती है.
Suzlon को लेकर एक्सचेंज ने एक बार फिर से बड़ा फैसला किया है. इसी का असर शेयर पर दिख रहा है. वहीं, बीते हफ्ते एक्सचेंज ने कंपनी को वॉर्निंग भी दी थी.
दूसरी खबर- कंपनी ने एक्सचेंज पर बताया कि ईटी ने जो खबर चलाई है कि टाटा पावर से ऑर्डर मिला है. वो पूरी तरह गलत है. कंपनी खंडन करती है.
Suzlon को लेकर एक्सचेंज ने एक बार फिर से बड़ा फैसला किया है. इसी का असर शेयर पर दिख रहा है. वहीं, बीते हफ्ते एक्सचेंज ने कंपनी को वॉर्निंग भी दी थी.
एक्सपर्ट्स ने बताया था कि एनएसई और बीएसई ने भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI-Securities and Exchange Board of India) की ओर से कंपनी को नोटिस मिला है.
डिस्क्लोजर नियमों को समय पर पूरा नहीं करने के चलते ये नोटिस भेजा है. ये नोटिस 30 सितंबर और एक अक्टूबर को अलग-अलग एक्सचेंज ने भेजा है.
अब एक्सचेंज ने सुजलॉन एनर्जी के शेयर की सर्किट लिमिट को बदल दिया है. शेयर पर पहले 5 फीसदी की तेजी या फिर 5 फीसदी गिरावट पर आने पर सर्किट लग जाता था.
अब ये लिमिट बढ़ाकर 10 फीसदी कर दी गई है. अगर तेजी आती है तो 10 फीसदी तक पहुंचते ही सर्किट लग जाएगा. वहीं, गिरावट आती है तो 10 फीसदी गिरने पर ट्रेडिंग रोक दी जाएगी.
डिस्क्लोजर नियमों को समय पर पूरा नहीं करने के चलते ये नोटिस भेजा है. ये नोटिस 30 सितंबर और एक अक्टूबर को अलग-अलग एक्सचेंज ने भेजा है.
अब एक्सचेंज ने सुजलॉन एनर्जी के शेयर की सर्किट लिमिट को बदल दिया है. शेयर पर पहले 5 फीसदी की तेजी या फिर 5 फीसदी गिरावट पर आने पर सर्किट लग जाता था.
अब ये लिमिट बढ़ाकर 10 फीसदी कर दी गई है. अगर तेजी आती है तो 10 फीसदी तक पहुंचते ही सर्किट लग जाएगा. वहीं, गिरावट आती है तो 10 फीसदी गिरने पर ट्रेडिंग रोक दी जाएगी.
(Disclaimer: शेयर बाजार में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें)
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