Border Gavaskar Trophy : पिछले 6 सीजन से कैसा व्यवहार कर रहे हैं ऑस्ट्रेलिया के मैदान, जानें
INDIA Vs AUSTRALIA : पिछले 6 सीजन से कैसा व्यवहार कर रहे हैं ऑस्ट्रेलिया के मैदान, जानें
ऑप्टस स्टेडियम, पर्थ
पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में पहला मुकाबला होगा। यह नया स्टेडियम है। इस पर 2018-19 बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का पहला टेस्ट करवाया गया था। भारतीय टीम इस टेस्ट में विराट के शतक के बावजूद हार गई थी। ऑस्ट्रेलिया ने इस मैदान पर अपने सभी 4 टेस्ट मैच जीते हैं। उन्होंने न्यूजीलैंड (डे नाइट टेस्ट), वेस्टइंडीज और पाकिस्तान को हराया है। मैदान पर 7 शतक लगे हैं जिसमें 5 ऑस्ट्रेलियाई प्लेयरों ने लगाए हैं। यहां तेज गेंदबाजों की औसत 29.71 तो स्पिनरों की 33.18 है।
पिछले 6 साल से पर्थ के मैदान पर
टॉप स्कोरर : मार्नस लाबुशेन (519 रन)
टॉप विकेटटेकर : नाथन लियोन (27 रन)
पहली पारी का औसत : 456 रन
एडिलेड ओवल
एडिलेड में डे एंड नाइट टेस्ट होगा। यहां 2020-21 बीजीटी में भारत 36 रन पर आउट हो गया था। ऑस्ट्रेलिया इस मैदान पर कभी गुलाबी गेंद का मैच नहीं हारा है। 2018-19 के बाद से रात के तीसरे सत्र में बल्लेबाजी औसत (26.84) सबसे कम है। पहले सत्र में यह 28.04 तो मध्य सत्र में 30.15 है। ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 8 में से 6 शतक इसी मैदान पर बनाए हैं। स्पिनरों का औसत जहां 35 है तो वहीं, तेज गेंदबाजों का 26.70।
पिछले 6 साल से एडिलेड के मैदान पर
टॉप स्कोरर : मार्नस लाबुशेन (574 रन)
टॉप विकेटटेकर : मिशेल स्टार्क (30 विकेट)
पहली पारी का औसत : 375 रन
गाबा, ब्रिस्बेन
2021 से पहले गाबा में ऑस्ट्रेलियाई टीम 32 वर्षों से अजेय थी। लेकिन पिछले 3 वर्षों के दौरान पहले भारत ने तो बाद में वेस्टइंडीज ने यहां जीत हासिल की। भारत के लिए ऋषभ पंत और विंडीज के लिए तेज गेंदबाज शामर जोसेफ हीरो बनकर उभरे। यहां 2032 ओलिम्पिक को लेकर आयोजन होने हैं ऐसे में स्टेडियम को हटाया जा सकता है। इस मैदान पर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ आखिरी मुकाबला 2 दिन के भीतर ही समाप्त हो गया था। पिछले 5 साल में ऑस्ट्रेलिया ने यहां 4 टेस्ट जीते हैं और दो हारे हैं। उनके बल्लेबाजों ने कुल 6 में से 4 शतक हैं। स्पिनरों की औसत 41.55 तो तेज गेंदबाजों की 23.88 चल रही है।
पिछले 6 साल से गाबा के मैदान पर
टॉप स्कोरर : मार्नस लाबुशेन (497 रन)
टॉप विकेटटेकर : पैट कमिंस (36 विकेट)
पहली पारी का औसत : 227
मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड, मेलबर्न
2018-19 के बाद से यह एक ऐसी जगह है जहां टॉस सबसे कम मायने रखता है। पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम का यहां जीत-हार का रिकॉर्ड 3-3 है। 2021-22 में इंग्लैंड के खिलाफ (स्कॉट बोलैंड के 7 रन पर 6 विकेट) और अगले वर्ष दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया ने पहले गेंदबाजी की और एक पारी से जीत हासिल की। यहां 6 सालों से ऑस्ट्रेलिया ने 4 टेस्ट जीते हैं जबकि दो हारे हैं। यहां 6 शतकों में से तीन ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने लगाए हैं। तेज गेंदबाजों का औसत 24.50 तो स्पिनरों का 35.24 है।
पिछले 6 साल से मेलबर्न के मैदान पर
टॉप स्कोरर : डेविड वार्नर (361 रन)
टॉप विकेटटेकर : पैट कमिंस (31 विकेट)
पहली पारी का औसत : 299 रन
सिडनी मॉर्निंग ग्राउंड, सिडनी
सिडनी में ऑस्ट्रेलिया ने पिछले 6 सालों में दो ही टेस्ट जीते हैं और 4 ड्रा करवाए हैं। यह पिच कुछ हद तक स्पिनरों की मददगार है।
यहां तेज गेंदबाजों की औसत 35.73 है जोकि ऑस्ट्रेलिया के अन्य स्टेडियम से ज्यादा है। स्पिनरों की औसत यहां 44.73 है। आयोजन स्थल पर 10 शतकों में से सात ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने बनाए हैं।
पिछले 6 साल से सिडनी के मैदान पर
टॉप स्कोरर : मार्नस लाबुशेन (734 रन)
टॉप विकेटटेकर : नाथन लियोन (26 विकेट)
पहली पारी का औसत : 436
भारत के लिए जीत जरूरी
डब्ल्यू.टी.सी. फाइनल में पहुंचने के लिए टीम इंडिया को यहां 4-0 से जीत हासिल करना जरूरी है। भारतीय टीम ने न्यूजीलैंड के खिलाफ 3-0 से सीरीज गंवाई है। ऐसे में ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर जीत हासिल करने का उनपर दबाव होगा।
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