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Vedanta Share Price: बाजार बंद होने के बाद कंपनी ने किया बड़ा एलान- शेयर पर रखें नज़र

 

Vedanta Share Price: बाजार बंद होने के बाद कंपनी ने किया बड़ा एलान- शेयर पर रखें नज़र



Vedanta Share News :- वेदांता रिसोर्सेज, जिसने पिछले सप्ताह अदाणी ग्रुप पर लगे गंभीर आरोप के बाद डॉलर बॉन्ड की योजनाबद्ध बिक्री को स्थगित कर दिया था. अब इस पर बड़ी खबर आई है. कंपनी का शेयर सोमवार को 0.20 फीसदी गिरकर 444 रुपये के भाव पर बंद. वेदांता के अप्रैल 2026 में मैच्योर होने वाले नोट्स फिलहाल 100 सेंट पर हैं, जबकि 2022 में ये 50 सेंट से भी नीचे थे. कंपनी अपने बॉन्ड बिक्री के 2028 में मैच्योर होने वाले बॉन्ड्स को रिफाइनेंस करने की योजना बना रही है.

न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को दो सूत्रों ने बताया कि सोमवार को इश्यू लॉन्च करेगा. यह इश्यू, जो $500 मिलियन तक जुटा सकता है.

सूत्रों ने पहचान बताने से इनकार कर दिया क्योंकि वे मीडिया से बात करने के लिए अधिकृत नहीं थे. वेदांता, जिसकी तेल और गैस से लेकर खनन और धातु तक में रुचि है और जिसका मुख्यालय यू.के. में है, ने टिप्पणी के अनुरोध का तुरंत जवाब नहीं दिया.

सूत्रों ने बताया कि नोटों की दो मैच्योरिटी अवधि है - एक 3.5 साल के लिए और दूसरी सात वर्ष के लिए, जिसके लिए कंपनी ने क्रमशः 10.375 फीसदी और 11.375 फीसदी का आरंभिक मूल्य निर्धारित किया है.
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सितंबर में, वेदांता रिसोर्सेज ने 10.875 प्रतिशत के कूपन पर दो वर्षों से अधिक समय में अपने पहले डॉलर बॉन्ड इश्यू में $900 मिलियन जुटाए.

सूत्रों में से एक ने बताया कि वेदांता नवीनतम बिक्री से प्राप्त आय का उपयोग 2028 में देय बकाया बॉन्ड को पुनर्वित्त करने के लिए करेगा.

सिटीग्रुप, बार्कलेज, ड्यूश बैंक, जेपी मॉर्गन और स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक वेदांता के डॉलर बॉन्ड के लिए संयुक्त वैश्विक समन्वयक और प्रमुख मैनेजर है.

सिटीग्रुप, जेपी मॉर्गन और ड्यूश बैंक ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. बार्कलेज और स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक ने टिप्पणी के अनुरोधों का जवाब नहीं दिया.

आपको बता दें कि वेदांत रिसोर्सेज ने साल 2028 में अपने लोन को चुकाने के लिए डॉलर बॉन्ड के जरिये रकम जुटाने की योजना बनाई.

इसी के तहत कंपनी ने अपने निवेशकों के साथ इस हफ्ते बैठक भी की थी. बीते हफ्ते खबर आई थी कि सावधानी बरते हुए और निवेशकों के मूड को भापते हुए बॉन्ड्स सेल को रोकने का फैसला किया था.

बैंकरों ने कहा कि विदेश से रकम जुटाने चाहत रखने वाली भारतीय कंपनियों के लिए लॉन्ग टर्म में कुछ समस्याएं हो सकती हैं.

Disclaimer: शेयर बाजार में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.

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