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FII/FPI & DII Data: शुक्रवार 21 मार्च को FIIs ने साल की सबसे बड़ी खरीदारी की- आगे क्या होने वाला है!

 

FII/FPI & DII Data: शुक्रवार 21 मार्च को FIIs ने साल की सबसे बड़ी खरीदारी की- आगे क्या होने वाला है!



एफआईआई यानी विदेशी संस्थागत निवेशकों ने मार्च महीने का सबसे बड़ा धमाका किया है. गुरुवार यानी 20 मार्च 2025 को खरीदारी की, इसके बाद 21 मार्च 2025 को भी भारी भरकम खरीदारी की.  NSE यानी नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर जारी डेटा बताते हैं कि FIIs ने कैश में +7,470.36 करोड़ रुपये की खरीदारी की है. वहीं, दूसरी डीआईआई यानी घरेलू संस्थागत निवेशकों ने -3,202 करोड़ रुपये की बिकवाली की है. 20 और 21 मार्च को एफआईआई ने कुल 10,709.5 करोड़ रुपये की खरीदारी की है.

आपको बता दें कि साल 2025 में एफआईआई ने जनवरी में एक बार 1506 करोड़ रुपये की खरीदारी की थी. वहीं, फरवरी 2025 में दो बार 4786 और 809 करोड़ रुपये की खरीदारी की. वहीं, मार्च में ये तीसरा वाक्या है जब एफआईआई ने खरीदारी की है. पहली बार 694 रुपये दूसरी बार 3239 और अब 7470 करोड़ रुपये की खरीदारी की है.

मार्च महीने में FIIs की बिकवाली 25000 करोड़ रुपये से गिरकर 150000 करोड़ रुपये आ गई है.

विस्तार से जानिए 21 मार्च के दिन क्या किया- शेयर बाजार में एफआईआई ने कैश में -42,422.29 करोड़ रुपये के शेयर बेचे है.

वहीं, +49,892.65 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे है. कुल मिलाकर कैश में +7,470.36 करोड़ रुपये की खरीदारी की है.

दूसरी ओर डीआईआई यानी घरेलू संस्थागत निवेशक +18,878.93 करोड़ रुपये के शेयर खरीदकर गए है और वहीं  -22,081.19 करोड़ रुपये के शेयर बेचकर गए है. इस लिहाज से कुल -3,202.26 करोड़ रुपये की कैश में बिकवाली की है.

FIIs के डेटा एक्सचेंज पर जारी हो गए हैं. लिंक पर क्लिक कर जानकारी मिल जाएगी
तारीखFIIs की बिकवाली/खरीदारी
21 मार्च 2025+7470.36 करोड़ रुपये की खरीदारी
20 मार्च 2025+3,239.14 करोड़ रुपये की खरीदारी
19 मार्च 2025-1096 करोड़ रुपये की बिकवाली
18 मार्च 2025+1462 करोड़ रुपये की खरीदारी
17 मार्च 2025-4488 करोड़ रुपये की बिकवाली
13 मार्च 2025-792 करोड़ रुपये की बिकवाली
12 मार्च 2025-1627 करोड़ रुपये की बिकवाली
11 मार्च 2025-2823 करोड़ रुपये की बिकवाली
10 मार्च 2025-485 करोड़ रुपये की बिकवाली
7 मार्च 2025-2035 करोड़ रुपये की बिकवाली
6 मार्च 2025-2,377.32 करोड़ रुपये की बिकवाली
5 मार्च 2025-2,895.04 करोड़ रुपये की बिकवाली
4 मार्च 2025-3,405.82 करोड़ रुपये की बिकवाली
3 मार्च 2025- 4,788.29 करोड़ रुपये की बिकवाली
28 फरवरी 2025-11,639.02 करोड़ रुपये की बिकवाली
27 फरवरी 2025-556 करोड़ रुपये की बिकवाली
25 फरवरी 2025-3,529.10 करोड़ रुपये की बिकवाली
24 फरवरी 2025-6,286.70 करोड़ रुपये की बिकवाली
21 फरवरी 2025-3,449.15 करोड़ रुपये की बिकवाली
20 फरवरी 2025-3,311.55 करोड़ रुपये की बिकवाली
19 फरवरी 2025-1,881.30 करोड़ रुपये की बिकवाली
18 फरवरी 2025+4,786.56 करोड़ रुपये की खरीदारी
17 फरवरी 2025-3,937.83 करोड़ रुपये की बिकवाली
14 फरवरी 2025-4,294.69 करोड़ रुपये की बिकवाली
13 फरवरी 2025-2,789.91 करोड़ रुपये की बिकवाली
12 फरवरी 2025-4,969.30 करोड़ रुपये की बिकवाली
11 फरवरी 2025-4,486.41 करोड़ रुपये की बिकवाली
10 फरवरी 2025-2,463.72 करोड़ रुपये की बिकवाली
7 फरवरी 2025-470 करोड़ रुपये की बिकवाली
6 फरवरी 2025-3,549.95 करोड़ रुपये की बिकवाली
5 फरवरी 2025-1,682.83 करोड़ रुपये की बिकवाली
4 फरवरी 2025+809.23 करोड़ रुपये की खरीदारी
3 फरवरी 2025-3,958.37 करोड़ रुपये की बिकवाली
1 फरवरी 2025-1,327.09 करोड़ रुपये की बिकवाली
31 जनवरी 2025-1,188.99 करोड़ रुपये की बिकवाली
30 जनवरी 2025-4,582.95 करोड़ रुपये की बिकवाली
29 जनवरी 2025-2586.43 करोड़ रुपये की बिकवाली
28 जनवरी 2025-4,920.69 करोड़ रुपये की बिकवाली
27 जनवरी 2025-5,015.46 करोड़ रुपये की बिकवाली
24 जनवरी 2025-2,758.49 करोड़ रुपये की बिकवाली
23 जनवरी 2025-5,462.52करोड़ रुपये की बिकवाली
22 जनवरी 2025-4,026.25 करोड़ रुपये की बिकवाली
21 जनवरी 2025-5,920.28 करोड़ रुपये की बिकवाली
20 जनवरी 2025-4336.54 करोड़ रुपये की बिकवाली
17 जनवरी 2025-3,318.06 करोड़ रुपये की बिकवाली
16 जनवरी 2025-4,341.95 करोड़ रुपये की बिकवाली
15 जनवरी 2025-4,533.49 करोड़ रुपये की बिकवाली
14 जनवरी 2025-8,132.26 करोड़ रुपये की बिकवाली
13 जनवरी 2025-4,892.84 करोड़ रुपये की बिकवाली
10 जनवरी 2025-2,254.68 करोड़ रुपये की बिकवाली
9 जनवरी 2025-7,170.87 करोड़ रुपये की बिकवाली
8 जनवरी 2025-3,362.18 करोड़ रुपये की बिकवाली
7 जनवरी 2025-1,491.46 करोड़ रुपये की बिकवाली
6 जनवरी 2025-2,575.06 करोड़ रुपये की बिकवाली
3 जनवरी 2025-4,227.25 करोड़ रुपये की बिकवाली
2 जनवरी 20251,506.75 करोड़ रुपये की खरीदारी
1 जनवरी 2025-1,782.71 करोड़ रुपये की बिकवाली

आगे क्या?  कोटक म्यूचुअल फंड के एमडी निलेश शाह का कहना है कि गिरावट थमने से इंडियन मार्केट्स ने राहत की सांस ली है.

इंडियन मार्केट में कुछ समय तक उतारचढ़ाव जारी रहने के आसार हैं.मनीकंट्रोल की श्वेता पुंज से बातचीत में उन्होंने स्टॉक मार्केट और इनवेस्टमेंट को लेकर कई अहम बातें बताईं.

उन्होंने यह भी बताया कि आज ज्यादातर इनवेस्टर्स पिछले प्रदर्शन के आधार पर निवेश के फैसले ले रहे हैं. वे तब खरीदते हैं जब कीमतें चढ़ रही होती हैं और बेचते हैं जब कीमतें गिर रही होती हैं.



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