Trade Setup For Today: भारी गैप-डाउन के साथ खुल सकता है बाजार, GIFT Nifty 1000 अंक फिसला
Trade Setup For Today: भारी गैप-डाउन के साथ खुल सकता है बाजार, GIFT Nifty 1000 अंक फिसला
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के रेसिप्रोकल टैरिप के एलान के बाद पिछले हफ्ते भारत समेत दुनियाभर के शेयर बाजारों में भारी बिकवाली देखने को मिली है. खुद, अमेरिकी बाजार में हाहाकार जैसी स्थिति रही. पिछले कुछ सेशन में क्रमिक कमजोरी और सीमित दायरे में कामकाज के बाद शुक्रवार को भी बाजार में बिकवाली दिखी. शुक्रवार को निफ्टी करीब 400 अंक और सेंसेक्स 1,000 अंक गिरकर बंद हुए. ब्रॉडर मार्केट में भी स्थिति कुछ ऐसी ही देखने को मिली. मिडकैप 2,000 अंक और स्मॉलकैप इंडेक्स 4% गिरकर बंद हुए.
इस गिरावट के साथ ही BSE पर लिस्टेड सभी कंपनियों की कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन में कुल 11 लाख करोड़ रुपये की गिरावट आई. FMCG सेक्टर को छोड़कर बाकी सभी सेक्टर गिरकर ही बंद हुए. ट्रम्प की 'फार्मा टैरिफ' पर बयान से फार्मा सेक्टर में दबाव दिखा. अमेरिकी में मंदी का अनुमान 60% पहुंचने के बाद आईटी स्टॉक्स में भी दबाव देखने को मिला. टैरिफ की चिंता ऑटो सेक्टर में भी दिखी.
Stocks to Watch: आज बाजार खुलते ही इन शेयरों में दिख सकता है एक्शन, खबरों का होगा असर
इस हफ्ते अमेरिकी टैरिफ के असर के अलावा RBI की मौद्रिक नीति बैठक में लिए गए फैसलों का एलान 9 अप्रैल को होंगे. इस दिन दिग्गज IT कंपनी TCS के नतीजे जारी होंगे और इसी के साथ चौथी तिमाही के नतीजों का शंखनाद हो जाएगा.
ग्लोबल बाजारों से संकेत
अमेरिकी बाजार में बीते बुधवार को भारी बिकवाली के बाद आज एशिया के बाजारों में भी भयवाह मंजर है. अमेरिकी फ्यूचर्स में आज 1,000 अंकों से ज्यादा गिरावट दिख रही है. शुक्रवार को डाओ जोंस में कोविड-19 के बाद सबसे बड़ी बिकवाली दिखी. S&P500 इंडेक्स 6% गिरकर बंद हुआ और नैस्डैक में भारी बिकवाली रही. आज एशिया के बाजारों की बात करें तो यहं करीब 10% तक गिरावट दिख रही है. सिंगापुर और जापान के बाद 8.5% तक फिसले हैं. जबकि, हैंग सैंग भी करीब 10% तक फिसला है. निक्केई फ्यूचर्स पर लोअर सर्किट लगने से ट्रेडिंग बंद करनी पड़ी है.
इस हफ्ते अमेरिकी टैरिफ के असर के अलावा RBI की मौद्रिक नीति बैठक में लिए गए फैसलों का एलान 9 अप्रैल को होंगे. इस दिन दिग्गज IT कंपनी TCS के नतीजे जारी होंगे और इसी के साथ चौथी तिमाही के नतीजों का शंखनाद हो जाएगा.
ग्लोबल बाजारों से संकेत
अमेरिकी बाजार में बीते बुधवार को भारी बिकवाली के बाद आज एशिया के बाजारों में भी भयवाह मंजर है. अमेरिकी फ्यूचर्स में आज 1,000 अंकों से ज्यादा गिरावट दिख रही है. शुक्रवार को डाओ जोंस में कोविड-19 के बाद सबसे बड़ी बिकवाली दिखी. S&P500 इंडेक्स 6% गिरकर बंद हुआ और नैस्डैक में भारी बिकवाली रही. आज एशिया के बाजारों की बात करें तो यहं करीब 10% तक गिरावट दिख रही है. सिंगापुर और जापान के बाद 8.5% तक फिसले हैं. जबकि, हैंग सैंग भी करीब 10% तक फिसला है. निक्केई फ्यूचर्स पर लोअर सर्किट लगने से ट्रेडिंग बंद करनी पड़ी है.
रेसिप्रोकल टैरिफ को लेकर अमेरिका समेत दुनियाभर में डोनाल्ड ट्रंप का विरोध हो रहा है. पहले चीन ने अमेरिका पर भी जवाबी टैरिफ लगाने का एलान किया है. इस बीच फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल भी ट्रंप पर गरजते दिखे. पॉवेल ने कहा कि फिलहाल इसे लेकर राजनीति नहीं होनी चाहिए. ट्रंप टैरिफ से महंगाई बढ़ने और ग्रोथ को धक्का लगेगा. उन्होंने कहा मॉनेटरी पॉलिसी पर अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगी.
दूसरी ट्रंप और एलन मस्क का पूरे अमेरिका में विरोध प्रदर्शन हो रहा है. रेसिप्रोकल टैरिफ को लेकर उनके कदमों को लेकर दुनियाभर में नाराजगी है. दिग्गज निवेशक वॉरेन बफेट ने भी कहा है कि ट्रंप टैरिफ का वो समर्थन नहीं करते हैं.
टैरिफ वॉर से डरा क्रूड?
कच्चे तेल में भी भारी दबाव है और यह 4 साल के निचले स्तरों पर फिसल चुका है. अप्रैल 2021 के बाद पहली बार ब्रेंट क्रूड ऑयल करीब 64 डॉलर प्रति बैरल के नीचे फिसला है. WTI क्रूड ऑयल भी 61 डॉलर के नीचे है. बीते 4 दिन में कच्चे तेल में 16% से ज्यादा की गिरावट दिखी है.
घटी सोने-चांदी की चमक
सोना-चांदी भी एक महीने के निचले स्तरों पर फिसल गया है. COMEX पर सोना 3,000 डॉलर प्रति औंस के नीचे फिसल चुका है. चांदी भी 4 महीने के निचले स्तरों पर फिसल चुकी है. COMEX पर चांदी 30 डॉलर के नीचे फिसल चुकी है. मंदी और डिमांड घटने की आशंका से क्रूड में भी यह भारी गिरावट दिख रही है.
FIIs - DIIs के आंकड़े
इस बीच विदेशी संस्थागत निवेशकों और घरेलू संस्थागत निवेशकों की ओर से शुक्रवार को कैश मार्केट में बिकवाली दिखी.
दूसरी ट्रंप और एलन मस्क का पूरे अमेरिका में विरोध प्रदर्शन हो रहा है. रेसिप्रोकल टैरिफ को लेकर उनके कदमों को लेकर दुनियाभर में नाराजगी है. दिग्गज निवेशक वॉरेन बफेट ने भी कहा है कि ट्रंप टैरिफ का वो समर्थन नहीं करते हैं.
टैरिफ वॉर से डरा क्रूड?
कच्चे तेल में भी भारी दबाव है और यह 4 साल के निचले स्तरों पर फिसल चुका है. अप्रैल 2021 के बाद पहली बार ब्रेंट क्रूड ऑयल करीब 64 डॉलर प्रति बैरल के नीचे फिसला है. WTI क्रूड ऑयल भी 61 डॉलर के नीचे है. बीते 4 दिन में कच्चे तेल में 16% से ज्यादा की गिरावट दिखी है.
घटी सोने-चांदी की चमक
सोना-चांदी भी एक महीने के निचले स्तरों पर फिसल गया है. COMEX पर सोना 3,000 डॉलर प्रति औंस के नीचे फिसल चुका है. चांदी भी 4 महीने के निचले स्तरों पर फिसल चुकी है. COMEX पर चांदी 30 डॉलर के नीचे फिसल चुकी है. मंदी और डिमांड घटने की आशंका से क्रूड में भी यह भारी गिरावट दिख रही है.
FIIs - DIIs के आंकड़े
इस बीच विदेशी संस्थागत निवेशकों और घरेलू संस्थागत निवेशकों की ओर से शुक्रवार को कैश मार्केट में बिकवाली दिखी.
निफ्टी पर आज के लिए आउटलुक
नागराज शेट्टी, HDFC Securities - छोटी अवधि में निफ्टी का सेंटीमेंट कमजोर नजर आ रहा है. इंडेक्स में नीचे की ओर करेक्शन अब रफ्तरा पकड़ने लगा है. 22,800 स्तर से नीचे और कमजोरी बढ़ सकती है. छोटी अवधि में निफ्टी के लिए 22,350 के स्तर पर सपोर्ट है. यहां से किसी भी पुलबैक को 23,150 के स्तर पर रेजिस्टेंस मिलेगा.
रुपक डे, LKP Securities - निफ्टी के लिए 22,900 के स्तर पर सपोर्ट है. हालांकि, बाजार में फिलहाल कमजोरी का सेंटीमेंट है और मौजूदा स्तर से आगे की गिरावट करेक्शन को बढ़ावा दे सकती है. अगर निफ्टी 22,900 से नीचे फिसलता है तो 22,676 की ओर बढ़ सकता है. ऊपर की ओर, 23,100 के स्तर पर रेजिस्टेंस है.
निफ्टी बैंक पर आज के लिए आउटलुक
ओम मेहरा, SAMCO Securities - Hourly चार्ट पर निफ्टी बैंक में कमजोरी के संकेत मिल रहा है. छोटी अवधि में 50,800 की ओर करेक्शन देखने को मिल सकता है. निफ्टी बैंक के लिए 50,500 - 50,600 के स्तर पर अहम सपोर्ट स्तर है.
आज किन शेयरों पर होगी नजर
Tata Motors: जगुआर लैंड रोवर (JLR), ने ट्रम्प प्रशासन द्वारा लगाए गए भारी टैरिफ के बाद अमेरिकी शिपमेंट को रोकने का फैसला लिया है.
ITC: कंपनी ने Ample Foods में 131 करोड़ रुपये में 2.62. लाख इक्विटी शेयर खरीदा है. इसके साथ, कंपनी की एम्पल फूड्स में हिस्सेदारी उसके शेयर पूंजी का 43.75% हो गई.
Yes Bank: बैंक ने प्राइवेट और SME बैंकिंग वर्टिकल्स में दो वरिष्ठ स्तर पर इस्तीफे का सामना करना पड़ा, जिससे पोर्टफोलियो में बदलाव हुआ.
Federal Bank: शालिनी वारियर ने बैंक के एग्जीक्युटिव डायरेक्टर के पद से इस्तीफा दे दिया है.
AstraZeneca Pharma: Osimertinib टैबलेट्स की बिक्री और डिस्ट्रीब्युशन के लिए CDSCO से मंजूरी मिल गई है.
Purvankara: Starworth Infrastructure को Ranka Properties से 118.6 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट के लिए LoI मिला है.
Godrej Properties: कंपनी मुंबई के वर्सोवा में 1350 करोड़ रुपये में रेजिडेंशियल प्रॉपर्ट डेवलप करेगी.
Disclaimer: शेयर बाजार में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.
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