HPCL Share Price :- HPCL शेयर खरीदने का है मन तो यह खबर जरूर पढें, क्या है ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म की राय
HPCL Share News :- HPCL शेयर खरीदने का है मन तो यह खबर जरूर पढें, क्या है ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म की राय
HPCL Share Price:- सरकारी ऑयल रिफाइनिंग कंपनी हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (HPCL) के शेयर में आज नरमी है. लेकिन, ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म Citi ने इस स्टॉक पर एक पॉजिटिव नोट जारी किया है. ब्रोकरेज फर्म ने कहा कि सितंबर तिमाही के नतीजों के बाद इस ऑयल मार्केटिंग कंपनी (OMCs) में करेक्शन नॉन-रिकरिंग फैक्टर्स की वजह से देखने को मिला है. इसी करेक्शन के बाद स्टॉक में रिस्क-रिवॉर्ड अब वाजिब हो गया है.
Citi ने कहा कि मौजूदा करेक्शन में के बाद स्टॉक में एंट्री के लिए आकर्षक मौका है. HPCL का शेयर ₹457 प्रति शेयर के हालिया शिखर से करीब 20% नीचे है. सेक्टर की दूसरी कंपनियों के मुकाबले Indian Oil का सबसे खराब प्रदर्शन रहा है. ये स्टॉक ₹196 प्रति शेयर के हालिया शिखर से करीब 30% नीचे है.
किन वजहों से Citi का ऑयल मार्केटिंग कंपनियों पर बुलिश नजरिया:-
ज्यादातर ग्लोबल एनालिस्ट का मानना है कि ऑयल मार्केट में 2025 के दौरान सप्लाई की भरमार होगी. JPMorgan और Citi जैसे एनालिस्ट का मानना है कि अगले साल ब्रेंट क्रूड ऑयल 60 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर ट्रेड कर सकता है. डिमांड में कमजोरी के बावजूद भी OPEC+ सप्लाई में बढ़ोतरी का फैसला ले सकते हैं.
सोमवार को ही एक और ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म Goldman Sachs ने कहा कि नतीजों के बाद ऑयल मार्केटिंग कंपनी Indian Oil में गिरावट का सबसे बड़ा जोखिम है. इसके पीछे का कारण इस कंपनी के मार्केटिंग मार्जिन का कम होना है. Goldman Sachs ने स्टॉक पर Sell की राय के साथ ही ₹105 प्रति शेयर के भाव पर कामकाज करते दिखा. इसका मतलब है कि मौजूदा स्तर से स्टॉक में और भी गिरावट की उम्मीद है. HPCL को कवरेज में शामिल रखने वाले 34 एनालिस्ट में से 20 ने स्टॉक पर Buy की राय रखी है. 4 ने Hold और 10 ने Sell करने की राय रखी है.
- फ्यूल कीमतों में बड़ी कटौती की संभावना कम है.
- LPG अंडर रिकवरी के लिए कंपनियों को भरपाई संभव.
- कच्चे तेल का भाव दायरे में है, गिरावट के संकेत हैं.
- छोटी अवधि में ग्रॉस रिफाइनिंग मार्जिन (GRMs) दायरे में रह सकता है.
ज्यादातर ग्लोबल एनालिस्ट का मानना है कि ऑयल मार्केट में 2025 के दौरान सप्लाई की भरमार होगी. JPMorgan और Citi जैसे एनालिस्ट का मानना है कि अगले साल ब्रेंट क्रूड ऑयल 60 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर ट्रेड कर सकता है. डिमांड में कमजोरी के बावजूद भी OPEC+ सप्लाई में बढ़ोतरी का फैसला ले सकते हैं.
सोमवार को ही एक और ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म Goldman Sachs ने कहा कि नतीजों के बाद ऑयल मार्केटिंग कंपनी Indian Oil में गिरावट का सबसे बड़ा जोखिम है. इसके पीछे का कारण इस कंपनी के मार्केटिंग मार्जिन का कम होना है. Goldman Sachs ने स्टॉक पर Sell की राय के साथ ही ₹105 प्रति शेयर के भाव पर कामकाज करते दिखा. इसका मतलब है कि मौजूदा स्तर से स्टॉक में और भी गिरावट की उम्मीद है. HPCL को कवरेज में शामिल रखने वाले 34 एनालिस्ट में से 20 ने स्टॉक पर Buy की राय रखी है. 4 ने Hold और 10 ने Sell करने की राय रखी है.
कैसा रहा आज शेयर का प्रदर्शन
Disclaimer: शेयर बाजार में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श करें.
Post a Comment