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Stock Market News: बदल गया सबकुछ- सस्ते होते ही बड़े निवेशकों ने खरीदें करोड़ों रुपये के शेयर

 

Stock Market News: बदल गया सबकुछ- सस्ते होते ही बड़े निवेशकों ने खरीदें करोड़ों रुपये के शेयर



Share Market News:- भारतीय कंपनियों के कमजोर नतीजे और विदेशी निवेशकों की ओर से जारी बिकवाली और जियोपॉलिटिकल टेंशन से अक्टूबर में भारी गिरावट देखने को मिली है. लेकिन इन सब के बीच घरेलू म्यूचुअल फंड्स ने अपनी स्ट्रैटेज में बड़ा बदलाव किया है. उन्होंने अब ब्लू-चिप शेयरों में निवेशक का आक्रमक रुख अपनाया है.


क्या हो रहा है? नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (NSDL) के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने अक्टूबर में 94,000 करोड़ रुपये से अधिक की बिकवाली की, जबकि MF ने घेरलू इक्विटी में 92,000 करोड़ रुपये से अधिक की शुद्ध खरीदारी की.

सेंसेक्स और निफ्टी सहित प्रमुख इंडेक्स में 7 फीसदी से अधिक की गिरावट आई, जबकि बीएसई मिड-कैप और स्मॉल-कैप इंडेक्स में 6 फीसदी और 3 फीसदी से अधिक की गिरावट आई.

लगभग 45,000 करोड़ रुपये की खरीदारी टॉप 15 निफ्टी शेयरों हुई है. 

MF यानी म्यूचुअल फंड्स ने महिंद्रा एंड महिंद्रा सबसे बड़ी खरीदारी हुई है. इसके बाद एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) नंबर आता है.

म्यूचुअल फंड ने महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयरों में 6,840 करोड़ रुपये का निवेश किया. दूसरी तिमाही (Q2) की कमजोर आय के चलते शेयर में 12 प्रतिशत की गिरावट देखी गई.

एचडीएफसी बैंक में 5,756 करोड़ रुपये का निवेश हुआ, जबकि एक्सिस बैंक और आईसीआईसीआई बैंक में 4,115 करोड़ रुपये और 3,897 करोड़ रुपये का निवेश हुआ.


एसबीआई ने म्यूचुअल फंड से 3,104 करोड़ रुपये का निवेश किया. अक्टूबर में एचडीएफसी बैंक में मामूली 0.2 फीसदी की तेजी आई है.

एक्सिस बैंक में 6 फीसदी की गिरावट आई, आईसीआईसीआई बैंक में 2 फीसदी की तेजी हुई और एसबीआई में 4 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई.

वेल्थमिल्स सिक्योरिटीज में इक्विटी स्ट्रैटेजी की निदेशक क्रांति बाथिनी ने मनीकंट्रोल को बताया कि म्यूचुअल फंड ब्लू-चिप शेयरों में निवेश कर रहे हैं क्योंकि इन कंपनियों के पास मजबूत बिजनेस मॉडल, विश्वसनीय आमदनी है.

आय दबावों के बावजूद, लॉन्ग टर्म आय और कैश फ्लो ठोस बने रहने की उम्मीद है, जो उन्हें लॉन्ग टर्म में बड़े रिटर्न दे सकती है.

म्यूचुअल फंड की दिलचस्पी आकर्षित करने वाले अन्य ब्लू-चिप शेयरों में बजाज ऑटो शामिल है, जिसमें दूसरी तिमाही की कमजोर आय के बाद 20 फीसदी की गिरावट के बाद 2,924 करोड़ रुपये का निवेश हुआ.


साथ ही लार्सन एंड टुब्रो (2,517 करोड़ रुपये) भी शामिल है.

इंडसइंड बैंक (2,511 करोड़ रुपये),

टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (2,400 करोड़ रुपये),

हिंदुस्तान यूनिलीवर (2,362 करोड़ रुपये),

मारुति सुजुकी (2,354 करोड़ रुपये) और

भारती एयरटेल (2,331 करोड़ रुपये) जैसे अन्य शेयरों में भी पिछले महीने भारी खरीदारी हुई.

अक्टूबर में इंडसइंड बैंक में 27 फीसदी से अधिक की गिरावट आई, लार्सन एंड टुब्रो में 1.5 फीसदी की गिरावट आई, टीसीएस में 7 फीसदी की गिरावट आई.

हिंदुस्तान यूनिलीवर में 14 फीसदी की गिरावट आई, मारुति सुजुकी में 16 फीसदी की गिरावट आई और भारती एयरटेल में 6 फीसदी की गिरावट आई.

अब आगे क्या? डीआर चोकसी फिनसर्व के प्रबंध निदेशक (एमडी) देवेन चोकसी का कहना है कि ब्लू-चिप स्टॉक खरीदने का यह सही समय है.

ब्लू-चिप स्टॉक के अलावा, एमएफ ने हाल ही में आईपीओ में निवेश किया है. हालांकि, कुल निवेश आईपीओ में उतना निवेश नहीं किया.

एमएफ ने अक्टूबर में लॉन्च किए गए कुल छह आईपीओ में से पांच आईपीओ में लगभग 9,600 करोड़ रुपये का निवेश किया, जिनका कुल मूल्य 38,686 करोड़ रुपये था.

हुंडई को 6,999 करोड़ रुपये की खरीद के साथ पर्याप्त रुचि मिली, इसके बाद वारी एनर्जीज और एफकॉन्स इंफ्रास्ट्रक्चर ने क्रमशः 1,423 करोड़ रुपये और 1,023 करोड़ रुपये का निवेश किया.

गोदावरी बायोरिफाइनरीज में 166 करोड़ रुपये और गरुड़ कंस्ट्रक्शन एंड इंजीनियरिंग में 10 करोड़ रुपये शामिल थे.




Disclaimer: शेयर बाजार में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.

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