Share Market: सेंसेक्स-निफ्टी में आज 2 महीने की सबसे बड़ी तेजी, ये हैं 5 सबसे बड़ी वजह
Share Market News: सेंसेक्स-निफ्टी में आज 2 महीने की सबसे बड़ी तेजी, ये हैं 5 सबसे बड़ी वजह
शेयर बाजार के लिए मंगलवार का दिन 'मंगलमय' रहा. हफ़्ते के दूसरे कारोबारी सेशन में निफ्टी और सेंसेक्स जबरदस्त तेजी के साथ बंद होने में कामयाब रहे. आज की इस तेजी के साथ ही निफ्टी करीब 1 महीने के ऊपरी स्तर पर बंद हुआ. मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में अच्छी खरीदारी दिखी. BSE के सभी सेक्टर इंडेक्स बढ़त पर बंद हुए. रियल्टी, ऑटो और मेटल शेयरों में तेजी दिखी. बैंकिंग, PSE और फार्मा इंडेक्स में अच्छी तेजी दिखी. एनर्जी, IT और ऑयल & गैस शेयरों में खरीदारी दिखी.
बीते 2 महीने में आज बाजार की सबसे बड़ी इंट्राडे तेजी देखने को मिली है. इसके साथ ही निफ्टी 22,800 और सेंसेक्स 75,300 के पार जाने में कामयाब रहा. आज 1 शेयर में कमजोरी के बदले 4 शेयरों में तेजी दिखी.
आज किस स्तर पर बंद हुआ बाजार?
मंगलवार को दिनभर के कामकाज के बाद सेंसेक्स 1,131 अंकों की बढ़त के साथ 75,301 के स्तर पर बंद हुआ. निफ्टी 326 अंकों की बढ़त के साथ 22,834 के स्तर पर बंद हुआ. निफ्टी बैंक 960 अंकों की बढ़त के साथ 49,315 के स्तर पर बंद हुआ. निफ्टी मिडकैप इंडेक्स 1,055 अंकों की बढ़त के साथ 49,517 के स्तर पर बंद हुआ.
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आज किन स्टॉक्स में दिखा एक्शन
आज किन स्टॉक्स में दिखा एक्शन
निफ्टी और बैंक निफ्टी की तेजी में आज ICICI Bank और HDFC Bank का सबसे ज्यादा योगदान रहा. Bajaj Finserv में डील के बाद मुनाफावसूली दिखी. Bharti Airtel में गिरावट दिखी. PB Fintech 8% बढ़त के साथ बंद हुआ. बाजार में तेजी का असर कैपिटल मार्केट कंपनियों में भी देखने को मिला. CDSL, CAMS और Angel One 5% तक बढ़त के साथ बंद हुआ.
Zomato और Paytm में आज भी खरीदारी दिखी और ये स्टॉक्स 6-7% की बढ़त के साथ बंद हुए. Godrej Consumer और Varun Beverages में पॉजिटिव ब्रोकरेज रिपोर्ट के बाद 3-5% बढ़त के साथ बंद हुआ. रियल्टी स्टॉक्स में 4% तक चढ़कर बंद हुआ. MobiKwik आज 20% की बढ़त के साथ अपर सर्किट पर बंद हुआ. Ola Electric में सोमवार की गिरावट के बाद आज 13% की बढ़त के साथ बंद हुआ.
1. ग्लोबल बाजारों का जोश बढ़ा रहा आत्मविश्वास: ग्लोबल शेयर बाजारों में मजबूत रुझान ने भारतीय निवेशकों में उत्साह भरा. अमेरिकी बाजार कल शानदार बढ़त के साथ बंद हुए. एशियाई बाजार में भी आज तेजी देखने को मिली.
2. सस्ते दामों पर खरीदारी का मौका: हाल की गिरावट के बाद निवेशकों ने सस्ते वैल्युएशन पर शेयरों की खरीदारी की, जिससे हर सेक्टर में जोश दिखा.
3. मजबूत आर्थिक आंकड़े: अर्थव्यवस्था के पॉजिटिव संकेतों ने बाजार का हौसला बढ़ाया. भारत का व्यापार घाटा साढ़े तीन साल के निचले स्तर पर आया. Q3 FY25 में GDP ग्रोथ 6.2% तक उछली, IIP 5.1% बढ़ा, कर संग्रह में 16% की बढ़ोतरी हुई. खुदरा मुद्रास्फीति 3.6% तक गिरी. ये आंकड़े आर्थिक मजबूती की तस्वीर पेश करते हैं, जिसने निवेशकों को शेयरों में पैसा लगाने के लिए प्रेरित किया.
4. रुपये की मजबूती: रुपया शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 10 पैसे मजबूत होकर 86.71 पर पहुंचा, जो सोमवार को 24 पैसे की बढ़त के साथ 86.81 पर बंद हुआ था. मजबूत इक्विटी बाजार और एशियाई मुद्राओं की स्थिरता ने रुपये को सहारा दिया, जिससे आयात सस्ता हुआ और निवेशकों का भरोसा बढ़ा.
5. चीन का आर्थिक उछाल: चीन के हालिया प्रोत्साहन उपायों और खुदरा बिक्री व निवेश में उम्मीद से बेहतर बढ़ोतरी ने एशिया में उत्साह फैलाया. इसका असर भारत पर भी पड़ा, खासकर मेटल सेक्टर में, क्योंकि चीन से मांग बढ़ने की उम्मीद जगी.
1. ग्लोबल बाजारों का जोश बढ़ा रहा आत्मविश्वास: ग्लोबल शेयर बाजारों में मजबूत रुझान ने भारतीय निवेशकों में उत्साह भरा. अमेरिकी बाजार कल शानदार बढ़त के साथ बंद हुए. एशियाई बाजार में भी आज तेजी देखने को मिली.
2. सस्ते दामों पर खरीदारी का मौका: हाल की गिरावट के बाद निवेशकों ने सस्ते वैल्युएशन पर शेयरों की खरीदारी की, जिससे हर सेक्टर में जोश दिखा.
3. मजबूत आर्थिक आंकड़े: अर्थव्यवस्था के पॉजिटिव संकेतों ने बाजार का हौसला बढ़ाया. भारत का व्यापार घाटा साढ़े तीन साल के निचले स्तर पर आया. Q3 FY25 में GDP ग्रोथ 6.2% तक उछली, IIP 5.1% बढ़ा, कर संग्रह में 16% की बढ़ोतरी हुई. खुदरा मुद्रास्फीति 3.6% तक गिरी. ये आंकड़े आर्थिक मजबूती की तस्वीर पेश करते हैं, जिसने निवेशकों को शेयरों में पैसा लगाने के लिए प्रेरित किया.
4. रुपये की मजबूती: रुपया शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 10 पैसे मजबूत होकर 86.71 पर पहुंचा, जो सोमवार को 24 पैसे की बढ़त के साथ 86.81 पर बंद हुआ था. मजबूत इक्विटी बाजार और एशियाई मुद्राओं की स्थिरता ने रुपये को सहारा दिया, जिससे आयात सस्ता हुआ और निवेशकों का भरोसा बढ़ा.
5. चीन का आर्थिक उछाल: चीन के हालिया प्रोत्साहन उपायों और खुदरा बिक्री व निवेश में उम्मीद से बेहतर बढ़ोतरी ने एशिया में उत्साह फैलाया. इसका असर भारत पर भी पड़ा, खासकर मेटल सेक्टर में, क्योंकि चीन से मांग बढ़ने की उम्मीद जगी.
Disclaimer: शेयर बाजार में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.
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