Vedanta Share Price: बाजार बंद होने के बाद आई बड़ी खबर- वेदांता के मालिक अनिल अग्रवाल ने रखा ये प्रस्ताव
Vedanta Share Price: बाजार बंद होने के बाद आई बड़ी खबर- वेदांता के मालिक अनिल अग्रवाल ने रखा ये प्रस्ताव
वेदांता लिमिटेड के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने स्टेकहोल्डर्स को पत्र लिखकर कंपनी के प्रस्तावित डीमर्जर (विभाजन) का समर्थन किया है. उन्होंने बताया कि यह कदम भारत के नेचुरल रिसोर्सेजों के बेहतर दोहन और आर्थिक वृद्धि को गति देने में सहायक होगा.
भारत में भारी संभावनाएं
अनिल अग्रवाल ने लैटर में लिखा कि भारत में नेचुरल रिसोर्सेजों की खपत डबल-डिजिट ग्रोथ के साथ बढ़ रही है. देश में नेचुरल रिसोर्सेजों की 20% से भी कम क्षमता का अभी तक ही इस्तेमाल किया गया है.
भारत, जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर बढ़ रहा है. उसकी नेचुरल रिसोर्सेजों की मांग तेजी से बढ़ने वाली है.ऑस्ट्रेलिया और चिली की तुलना में भारत का माइनिंग सेक्टर जीडीपी में अपेक्षाकृत कम योगदान करता है.
अनिल अग्रवाल ने लैटर में लिखा कि भारत में नेचुरल रिसोर्सेजों की खपत डबल-डिजिट ग्रोथ के साथ बढ़ रही है. देश में नेचुरल रिसोर्सेजों की 20% से भी कम क्षमता का अभी तक ही इस्तेमाल किया गया है.
भारत, जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर बढ़ रहा है. उसकी नेचुरल रिसोर्सेजों की मांग तेजी से बढ़ने वाली है.ऑस्ट्रेलिया और चिली की तुलना में भारत का माइनिंग सेक्टर जीडीपी में अपेक्षाकृत कम योगदान करता है.
- भारत - 3%
- ऑस्ट्रेलिया - 15%
- चिली - 13.5%
वेदांता डीमर्जर का मकसद
वेदांता ने चार नई नेचुरल रिसोर्सेज केंद्रित कंपनियों के निर्माण का प्रस्ताव दिया है. डीमर्जर के बाद ये नई कंपनियां स्वतंत्र एवं सशक्त प्रबंधन, अलग कैपिटल स्ट्रक्चर और सॉलिड एसेट्स के साथ काम करेंगी.
यह निर्णय नई नौकरियों और डाउनस्ट्रीम इंडस्ट्रीज के निर्माण में भी सहायक होगा. अनिल अग्रवाल ने कहा कि वेदांता की डीमर्जर की योजना "प्योर-प्ले बिजनेस मॉडल" को अपनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. कंपनी के पास 100 बिलियन डॉलर की कंपनी बनने की क्षमता होगी. डीमर्जर के बाद, हर वेदांता शेयरधारक को प्रत्येक डीमर्जर की गई कंपनी में 1 नया शेयर मिलेगा.
वेदांता की ग्रोथ और निवेशकों को फायदा
पिछले 5 सालों में वेदांता के निवेशकों ने अपनी पूंजी को 4.7 गुना बढ़ते हुए देखा है. डीमर्जर के बाद भी, मौजूदा वेदांता लिमिटेड अपनी मजबूत स्थिति बनाए रखेगा. अनिल अग्रवाल ने कहा कि भारत को अपने नेचुरल रिसोर्सेज क्षेत्र की पूरी क्षमता प्राप्त करने के लिए वेदांता जैसी और कंपनियों की जरूरत है.
Disclaimer: शेयर बाजार में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.
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