Stock Market Crash: अमेरिकी शेयर बाजार में हाहाकार- Dow Jones Futures 1000 अंक टूटा, लेकिन क्यों
Stock Market Crash: अमेरिकी शेयर बाजार में हाहाकार- Dow Jones Futures 1000 अंक टूटा, लेकिन क्यों
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा बुधवार को की गई रेसिप्रोकल टैरिफ (Reciprocal Tariffs) की बड़ी घोषणा के बाद अमेरिकी शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली. ट्रंप ने 10% से शुरू होने वाले बेसलाइन आयात शुल्क और इससे कहीं ज्यादा दरों पर टैक्स लगाने की घोषणा की है, जिससे ग्लोबल ट्रेड वॉर (व्यापार युद्ध) की आशंका और तेज हो गई है.
शेयर बाजारों में क्या हुआ? Dow Jones Futures 1000 पॉइंट यानी 3% गिरा.S&P 500 Futures में 3.5% की गिरावट.Nasdaq-100 Futures ने -4% का गोता लगाया.
कौन-कौन सी कंपनियों को सबसे ज्यादा चोट लगी- Nike और Apple के शेयर 7% गिरे.आयात पर निर्भर कंपनियां जैसे Five Below (-14%), Dollar Tree (-11%), और Gap (-8.5%) बुरी तरह टूटीं.Tech शेयर जैसे Nvidia (-5%) और Tesla (-7%) में भी गिरावट.
कौन-कौन सी कंपनियों को सबसे ज्यादा चोट लगी- Nike और Apple के शेयर 7% गिरे.आयात पर निर्भर कंपनियां जैसे Five Below (-14%), Dollar Tree (-11%), और Gap (-8.5%) बुरी तरह टूटीं.Tech शेयर जैसे Nvidia (-5%) और Tesla (-7%) में भी गिरावट.
क्या कह रहे हैं मार्केट एक्सपर्ट्स?Art Hogan (Chief Strategist, B. Riley Wealth Management) ने कहा है कि ये अब तक की सबसे उलझाऊ नीति घोषणाओं में से एक है. इससे पहले मार्केट ने जो प्राइसिंग की थी, उससे कहीं अधिक जटिल और महंगी साबित होगी.
Larry Tentarelli (Blue Chip Trend Report):-अगर सिर्फ 10% का टैरिफ होता, तो बाजार ऊपर होता. लेकिन बड़ी दरों की घोषणा ने डर और बढ़ा दिया.
चिंता की 3 बड़ी वजहें:-चीन पर प्रभावी टैरिफ अब 54% तक पहुंच गया है, जिसमें पहले से लगे 20% टैक्स भी शामिल हैं.रिसेशन (मंदी) की आशंका बढ़ रही है क्योंकि व्यापार पर असर से अर्थव्यवस्था की रफ्तार धीमी पड़ सकती है. महंंगाई और आयात कीमतों में इजाफा होगा. अमेरिकी कंपनियों को अधिक कीमतों पर सामान मंगवाना पड़ेगा.
ट्रंप की "मेक अमेरिका वेल्दी अगेन" नीति के तहत उठाए गए इस कदम ने वैश्विक ट्रेड और निवेश माहौल को हिला दिया है.
आगे की दिशा अब इस पर निर्भर करेगी कि दूसरे देश कैसे जवाब देते हैं—क्या वे भी रेसिप्रोकल टैरिफ (retaliatory tariffs) लगाते हैं, या बातचीत की टेबल पर आते हैं.
Larry Tentarelli (Blue Chip Trend Report):-अगर सिर्फ 10% का टैरिफ होता, तो बाजार ऊपर होता. लेकिन बड़ी दरों की घोषणा ने डर और बढ़ा दिया.
चिंता की 3 बड़ी वजहें:-चीन पर प्रभावी टैरिफ अब 54% तक पहुंच गया है, जिसमें पहले से लगे 20% टैक्स भी शामिल हैं.रिसेशन (मंदी) की आशंका बढ़ रही है क्योंकि व्यापार पर असर से अर्थव्यवस्था की रफ्तार धीमी पड़ सकती है. महंंगाई और आयात कीमतों में इजाफा होगा. अमेरिकी कंपनियों को अधिक कीमतों पर सामान मंगवाना पड़ेगा.
ट्रंप की "मेक अमेरिका वेल्दी अगेन" नीति के तहत उठाए गए इस कदम ने वैश्विक ट्रेड और निवेश माहौल को हिला दिया है.
आगे की दिशा अब इस पर निर्भर करेगी कि दूसरे देश कैसे जवाब देते हैं—क्या वे भी रेसिप्रोकल टैरिफ (retaliatory tariffs) लगाते हैं, या बातचीत की टेबल पर आते हैं.
Disclaimer: शेयर बाजार में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.
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