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Highway Infrastructure IPO: घंटे भर में 10 गुना सब्सक्राइब हुआ ये आईपीओ, पहले दिन 57% पार प्रीमियम

 

Highway Infrastructure IPO: घंटे भर में 10 गुना सब्सक्राइब हुआ ये आईपीओ, पहले दिन 57% पार प्रीमियम



Highway Infrastructure IPO: टोल कलेक्शन और EPC इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स में लगभग 30 साल के अनुभव वाली कंपनी हाईवे इंफ्रास्ट्रक्चर के आईपीओ की जबरदस्त धूम देखने को मिल रही है. ₹130 करोड़ के इस IPO ने सार्वजनिक बिडिंग के पहले दिन निवेशकों की जबरदस्त रूचि देखने को मिली है. मंगलवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, IPO ने शुरूआती कुछ ही घंटों में 10.35 गुना सब्सक्रिप्शन हासिल कर लिया.


NSE के डेटा के मुताबिक, इस IPO के लिए 1.6 करोड़ शेयरों के ऑफर साइज के मुकाबले 16.60 करोड़ से अधिक शेयरों के लिए बोली लगाई गई. रिटेल निवेशक इस सब्सक्रिप्शन की अगुवाई कर रहे हैं, जिन्होंने अपना रिजर्वेशन हिस्सा 12.79 गुना भर लिया है, जबकि नॉन-इंस्टिट्यूशनल निवेशकों ने 10.76 गुना और क्वालिफाइड इंस्टिट्यूशनल बायर्स ने अपने हिस्से का 93% बुक किया है.


कितनी पहुंचा GMP

इस आईपीओ के ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) की बात करें तो बिना आधिकारिक लिस्टिंग के कंपनी के शेयर ₹40 प्रीमियम पर ट्रेड कर रहे हैं, जो ₹70 के इश्यू प्राइस के मुकाबले 57.14% की भारी बढ़ोतरी दर्शाता है. ग्रे मार्केट निवेशकों को लिस्टिंग के दौरान कीमत का अंदाजा देने में मदद करता है.

IPO की कीमत ₹65 से ₹70 प्रति शेयर के बीच तय की गई है, और निवेशक न्यूनतम 211 शेयर और उसके मल्टीप्लाई में आवेदन कर सकते हैं. आईपीओ में ₹97.5 करोड़ की ताजी इक्विटी इश्यू और ₹32.5 करोड़ के ऑफर फॉर सेल शामिल हैं. जुटाए गए फंड का उपयोग वर्किंग कैपिटल और कॉरपोरेट संबंधी जरूरतों के लिए किया जाएगा.


इश्यू से पहले कंपनी ने संस्थागत निवेशकों से ₹23.4 करोड़ जुटाए हैं, जिसमें VPK ग्लोबल वेंचर्स फंड ने ₹8.4 करोड़ की निवेश राशि दी, जबकि HDFC बैंक, अबांस फाइनेंस और सनराइज इन्वेस्टमेंट्स ने भी बड़े शेयर खरीदे.


क्या करती है कंपनी?

IPO फाइलिंग में कंपनी के परिचय में यह बताया गया है कि हाईवे इंफ्रास्ट्रक्चर मुख्य रूप से टोल कलेक्शन, EPC इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट और रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स में एक्टिव है. मई 2025 तक इसका कंसॉलिडेटेड ऑर्डर बुक ₹666.3 करोड़ का है, जिसमें 90% से अधिक टोल और EPC से आता है. कंपनी ने अब तक 27 टोल प्रोजेक्ट्स पूरे किए हैं और चार प्रोजेक्ट्स पर काम कर रही है, जिसमें दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर ANPR आधारित टोलिंग भी शामिल है.


नतीजों पर नजर

FY25 में कंपनी ने ₹495.7 करोड़ की कमाई के साथ ₹22.4 करोड़ का नेट मुनाफा कमाया, जिसमें 4.6% का सालाना इजाफा हुआ है. IPO का पोस्ट-इश्यू P/E अनुपात 22.5 गुना है, जो कंपनी के ₹502 करोड़ की मार्केट कैपिटलाइजेशन का संकेत देता है. पैंटोमैथ कैपिटल इस IPO का एकमात्र बुक-रनिंग लीड मैनेजर है और बिगशेयर सर्विसेज रजिस्ट्रार के रूप में काम कर रही है.

कंपनी के IPO आवंटन की प्रक्रिया 8 अगस्त को पूरी हो जाएगी और शेयर 12 अगस्त को बीएसई और NSE पर लिस्ट होंगे. इस IPO की इतनी तेज रजिस्ट्रेशन रेट और हाई ग्रे मार्केट प्रीमियम को देखकर निवेशकों की मजबूत दिलचस्पी जाहिर होती है. जो निवेशक इस क्षेत्र में दीर्घकालीन संभावनाएं देखते हैं, उनके लिए यह एक आकर्षक अवसर हो सकता है.




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