NSE IPO Big Update: NSE ने आईपीओ पर बड़ा अपडेट! कब आएगा?
NSE IPO Big Update: NSE ने आईपीओ पर बड़ा अपडेट! कब आएगा?
NSE IPO Big Update: नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने आईपीओ के लिए एक बार फिर भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) का दरवाजा खटखटाया है. मनीकंट्रोल के अनुसार, NSE ने सेबी को एक बार फिर पत्र लिखकर नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (NOC) मांगा है, ताकि वह अपने IPO के साथ आगे बढ़ सके. यह पत्र सेबी के मार्केट रेग्युलेशन डिपार्टमेंट के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर वीएस सुंदरेशन को भेजा गया है. NSE ने अपने IPO के लिए ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) दिसंबर 2016 में फाइल किया था.
एनएसई ने पहले भी लिखा था सेबी को पत्र
आपको बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब बाजार हिस्सेदारी के मामले में देश के सबसे बड़े एक्सचेंज NSE ने NOC के लिए सेबी को पत्र लिखा है. एक्सचेंज ने नवंबर 2019 में, 2020 में दो बार और उसके बाद अगस्त 2024 में भी इसी तरह का पत्र सेबी को लिखा था.
पिछले महीने 28 फरवरी को सेबी ने एनएसई के एनओसी मांगने वाले पत्र का जवाब दिया था. इसमें टेक्नोलॉजी, प्रमुख मैनेजमेंट पर्सोनेल, क्लियरिंग कॉरपोरेशन की ओनरशिप और कोलोकेशन मैटर से संबंधित चल रहे मामलों जैसे मुद्दों को लेकर चिंता जताई गई थी. NSE ने अब नए सिरे से अपील करते हुए सेबी की ओर से उठाए गए मुद्दों का जवाब दिया है.
आपको बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब बाजार हिस्सेदारी के मामले में देश के सबसे बड़े एक्सचेंज NSE ने NOC के लिए सेबी को पत्र लिखा है. एक्सचेंज ने नवंबर 2019 में, 2020 में दो बार और उसके बाद अगस्त 2024 में भी इसी तरह का पत्र सेबी को लिखा था.
पिछले महीने 28 फरवरी को सेबी ने एनएसई के एनओसी मांगने वाले पत्र का जवाब दिया था. इसमें टेक्नोलॉजी, प्रमुख मैनेजमेंट पर्सोनेल, क्लियरिंग कॉरपोरेशन की ओनरशिप और कोलोकेशन मैटर से संबंधित चल रहे मामलों जैसे मुद्दों को लेकर चिंता जताई गई थी. NSE ने अब नए सिरे से अपील करते हुए सेबी की ओर से उठाए गए मुद्दों का जवाब दिया है.
सेबी ने क्या कहा
सेबी की तरफ से उठाए गए सबसे बड़े पॉइंट्स में से एक एक्सचेंज की उसके क्लियरिंग कॉरपोरेशन, एनएसई क्लियरिंग लिमिटेड (NCL) में मेजॉरिटी होल्डिंग से संबंधित था. सेबी के अनुसार, क्लियरिंग कॉरपोरेशंस को एक्सचेंजों से स्वतंत्र माना जाना चाहिए, खासकर तब, जब एक्सचेंजों के बीच इंटरऑपेराबिलिटी की अनुमति हो.
NSE का जवाब
एनएसई ने कहा है कि एनसीएल में उसकी हिस्सेदारी मौजूदा रेग्युलेटरी फ्रेमवर्क के अनुसार है और पहले से ही दो लिस्टेड एक्सचेंज हैं, जिनमें बीएसई और एमसीएक्स शामिल हैं. इनके पास क्लियरिंग कॉरपोरेशंस उनकी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनियों के रूप में हैं. इसने आगे कहा कि ओनरशिप नियमों में किसी भी संभावित बदलाव को डीआरएचपी में रिस्क फैक्टर्स के रूप में शामिल किया जा सकता है.
इस बीच टेक्नोलॉजी के मामले में एनएसई ने कहा है कि पिछले कुछ सालों में एक्सचेंज ने अपने टेक्नोलॉजी इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए कई कदम उठाए हैं. इसके अलावा केएमपी मुद्दे पर, एनएसई ने जवाब दिया है कि एक्सचेंज के कर्मचारियों की कुल सांख्य कारोबारी साल 23 में 1,115 से बढ़कर कारोबारी साल 25 में 1,673 हो गई है.
सेबी की तरफ से उठाए गए सबसे बड़े पॉइंट्स में से एक एक्सचेंज की उसके क्लियरिंग कॉरपोरेशन, एनएसई क्लियरिंग लिमिटेड (NCL) में मेजॉरिटी होल्डिंग से संबंधित था. सेबी के अनुसार, क्लियरिंग कॉरपोरेशंस को एक्सचेंजों से स्वतंत्र माना जाना चाहिए, खासकर तब, जब एक्सचेंजों के बीच इंटरऑपेराबिलिटी की अनुमति हो.
NSE का जवाब
एनएसई ने कहा है कि एनसीएल में उसकी हिस्सेदारी मौजूदा रेग्युलेटरी फ्रेमवर्क के अनुसार है और पहले से ही दो लिस्टेड एक्सचेंज हैं, जिनमें बीएसई और एमसीएक्स शामिल हैं. इनके पास क्लियरिंग कॉरपोरेशंस उनकी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनियों के रूप में हैं. इसने आगे कहा कि ओनरशिप नियमों में किसी भी संभावित बदलाव को डीआरएचपी में रिस्क फैक्टर्स के रूप में शामिल किया जा सकता है.
इस बीच टेक्नोलॉजी के मामले में एनएसई ने कहा है कि पिछले कुछ सालों में एक्सचेंज ने अपने टेक्नोलॉजी इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए कई कदम उठाए हैं. इसके अलावा केएमपी मुद्दे पर, एनएसई ने जवाब दिया है कि एक्सचेंज के कर्मचारियों की कुल सांख्य कारोबारी साल 23 में 1,115 से बढ़कर कारोबारी साल 25 में 1,673 हो गई है.
Disclaimer: शेयर बाजार में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.


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