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IEX Share Price : आईईएक्स को लगा जोर का झटका! शेयर -23% टूटा CERC ने जारी किया बड़ा आदेश

 

IEX Share Price: आईईएक्स को लगा जोर का झटका! शेयर -23% टूटा CERC ने जारी किया बड़ा आदेश



IEX के निवेशकों के लिए आज का दिन बड़ा झटका लेकर आया है. गुरुवार, 24 जुलाई को कंपनी के शेयरों में 23% तक की गिरावट दर्ज की गई-और यह सब हुआ Market Coupling को लेकर CERC (Central Electricity Regulatory Commission) के नए फैसले के बाद है. क्या है मामला- CERC ने Power Market Regulation 2021 के तहत Day Ahead Market (DAM) में Market Coupling को मंजूरी दे दी है.पहले फेज़ में जनवरी 2026 तक सभी पावर एक्सचेंजों को जोड़ते हुए एक साझा Clearing Price तय किया जाएगा.

अन्य महत्वपूर्ण बातें:
शेयर ₹169.1 पर खुला — 10% लोअर सर्किट पर. कुछ मिनटों के बाद शेयर 20 फीसदी के निचले सर्किट पर लॉक हो गया.4.1 करोड़ सेल ऑर्डर अब भी पेंडिंग हैं.F एंड O बैन में होने के कारण नए डेरिवेटिव पोजिशन नहीं ली जा सकतीं.


IEX के Q1 नतीजे भी आज जारी होने हैं — जिससे और वोलैटिलिटी बढ़ सकती है.

IEX जैसी कंपनियां-जो अब तक अपने प्लेटफॉर्म पर डिमांड-सप्लाई के हिसाब से प्राइस डिस्कवरी करती थीं, अब इस अधिकार को खो देंगी यानी IEX का सबसे बड़ा यूएसपी (Unique Selling Point) अब खतरे में है.

क्या है Market Coupling-इसमें एक Market Coupling Operator (MCO) सभी पावर एक्सचेंजों से खरीद-बिक्री के ऑर्डर इकट्ठा करता है. इसके बाद इन ऑर्डरों को एक साथ मिलाकर एक समान कीमत पर क्लियरिंग की जाती है — चाहे ऑर्डर किसी भी एक्सचेंज से आया हो. IEX, PXIL और HPX जैसी एक्सचेंजों को बारी-बारी से MCO बनाया जाएगा, जबकि Grid India इस प्रक्रिया का ऑडिट और बैकअप रोल निभाएगा.

IEX को क्यों पड़ा झटका-अभी IEX की स्पॉट मार्केट में 85% हिस्सेदारी है — लेकिन कपलिंग के बाद यह मोनोपॉली टूट सकती है.कस्टमर स्विचिंग और प्राइस यूनिफॉर्मिटी से अन्य एक्सचेंजों को भी बराबरी का मौका मिलेगा.इससे IEX के वॉल्यूम, रेवेन्यू और ट्रांजैक्शन चार्ज — तीनों पर दबाव आने की आशंका है.

ब्रोकरेज हाउस क्या कह रहे हैं-Bernstein ने IEX पर 'Market-Perform' रेटिंग बरकरार रखी है लेकिन टारगेट प्राइस ₹160 से घटाकर ₹122 कर दिया है.ब्रोकरेज का कहना है कि यह CERC का ऑर्डर उनकी उम्मीद से ज़्यादा नेगेटिव है.अब coupling तय है, और ट्रांजैक्शन चार्ज भी जल्द घट सकते हैं.

निवेशकों के लिए संकेत
यह फैसला Regulatory Risk की बड़ी मिसाल है — जिससे किसी मजबूत कंपनी की Valuation अचानक घट सकती है.जिन निवेशकों की रणनीति लॉन्ग टर्म है, उन्हें अब IEX को 'Competitive Exchange' के रूप में देखना होगा, न कि एकाधिकार वाली कंपनी के तौर पर.

Technically, ₹168-170 के पास बड़ा सपोर्ट है — लेकिन अगर इसमें भी ब्रेकडाउन हुआ, तो अगले सपोर्ट ₹150-155 पर मिलेंगे.

CERC के इस फैसले ने IEX की लंबे समय की लीडरशिप को सीधी चुनौती दे दी है. जहां अब तक IEX ‘default power trading platform’ माना जाता था, अब उसे मैदान में दूसरों से होल्डिंग, चार्ज और प्राइसिंग के स्तर पर सीधी टक्कर मिल सकती है.अगले 1-2 क्वार्टर में रिजल्ट्स और ट्रांजैक्शन डेटा पर बारीकी से नज़र रखनी होगी.अगर चाहें तो मैं इस पर एक टीवी एंकर स्क्रिप्ट या सोशल मीडिया रील का वर्जन भी तैयार कर सकता हूं.


Disclaimer: शेयर बाजार में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.

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