Stock Market News : बाजार की गिरावट में ये गलतियां पढ़ेंगी भारी, बढ़ जाएगा नुकसान
Stock Market News: बाजार की गिरावट में ये गलतियां पढ़ेंगी भारी, बढ़ जाएगा नुकसान
Share Market News:- शेयर बाजार में फिलहाल गिरावट देखने को मिल रही है और बाजार अहम स्तरों से नीचे आ गया है. बाजार को लेकर सबसे बड़ा डर है कि अनिश्चितता के जल्द हटने की संभावना नहीं दिख रही हैं. दरअसल बाजार ट्रंप के टैरिफ और नतीजों के दबाव से टूट रहा है. और इन दोनों को लेकर तस्वीर साफ होने में कुछ वक्त लग सकता है. हालांकि बाजार के दिग्गज बार बार कह रहे हैं कि भारत की अर्थव्यवस्था खुद में मजबूत है और एक बार ग्लोबल संकेत सुधरे तो रफ्तार देखने को मिलेगी. ऐसे में इस दबाव के बीच वो गलतियां न करें जो एक आम निवेशक अक्सर करते हैं. इन गलतियों से दूर रहेंगे तो बड़े नुकसान से बचेंगे. समझें क्या है गलतियां
डर कर बिक्री करना
ये एक ऐसी सलाह है जो लगातार मिलती है और बार बार एक आम निवेशक यही गलती कर देता है. ध्यान रखें कि बाजार में जब सेंटीमेंट्स बिगड़ते हैं तो उसका नुकसान मजबूत स्टॉक्स को भी उठाना पड़ सकता है. वहीं कई बार ये सिलसिला थोड़ा लंबा चल सकता है. ऐसे में अपने पैसों को लेकर चिंता बढ़ सकती है. अगर आपने एक मजबूत स्टॉक चुना है और उसको लेकर एक्सपर्ट भी भरोसा जता रहे हैं तो बाहरी संकेतों के बीच स्टॉक में आई गिरावट पर ज्यादा चिंता नहीं करनी चाहिए. हां आप किसी एक्सपर्ट से निवेश की समीक्षा करा सकते हैं. लेकिन डर कर फैसला न लें.
गिरते बाजार में आक्रामक रणनीति रखना
ये एक ऐसी सलाह है जो लगातार मिलती है और बार बार एक आम निवेशक यही गलती कर देता है. ध्यान रखें कि बाजार में जब सेंटीमेंट्स बिगड़ते हैं तो उसका नुकसान मजबूत स्टॉक्स को भी उठाना पड़ सकता है. वहीं कई बार ये सिलसिला थोड़ा लंबा चल सकता है. ऐसे में अपने पैसों को लेकर चिंता बढ़ सकती है. अगर आपने एक मजबूत स्टॉक चुना है और उसको लेकर एक्सपर्ट भी भरोसा जता रहे हैं तो बाहरी संकेतों के बीच स्टॉक में आई गिरावट पर ज्यादा चिंता नहीं करनी चाहिए. हां आप किसी एक्सपर्ट से निवेश की समीक्षा करा सकते हैं. लेकिन डर कर फैसला न लें.
गिरते बाजार में आक्रामक रणनीति रखना
बाजार की गिरावट में अगर कोई नुकसान में पैसा निकालता है तो सबसे बड़ी गलती होती है कि वो नुकसान की भरपाई के लिए आक्रामक रणनीति अपना लेता है.यही नहीं कई बार लोग किसी स्टॉक में तेज गिरावट के बाद उसे सस्ता मान कर बड़े निवेश कर देते हैं. इस उम्मीद के साथ कि स्टॉक जितना गिरा है उतनी तेजी से वापस भी आएगा.
यानि बाजार में गिरावट कई लोगों के लिए एक जाल साबित हो सकती है. जहां पैसा डूबने की पूरी संभावना होती है. ध्यान रखें कि भाव के गिरने का मतलब ये नहीं कि स्टॉक सस्ता हो गया है. ऐसे में भाव देखकर रणनीति न बनाए और मुनाफे के लिए बड़े जोखिम न उठाएं.
SIP बंद करना
जब शेयर बाजार में तेज गिरावट आती है, तो निवेशकों में घबराहट फैल जाती है और कई निवेशक घबराकर सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान यानि SIP बंद कर देते हैं या जितने साल का लक्ष्य है, उस समय से पहले अपने निवेश को भुना लेते हैं. इस समय ये निवेशकों को एक सुरक्षित कदम की तरह लग सकता है. लेकिन वास्तव में यह आपके फाइनेंशियल हेल्थ के लिए नुकसानदायक है. एसआईपी के पीछे मूल सिद्धांत कास्ट एवरेजिंग है यानि लागत को औसत करना और इसे बाजार की अस्थिरता के दौरान निवेशकों के हित में काम करने के लिए डिजाइन किया गया है. वास्तव में, जब आप बाजार में गिरावट के दौरान एसआईपी जारी रखते हैं, तो आप हर महीने दी जाने वाली उतनी ही रकम से अधिक यूनिट पा रहे होते हैं. क्योंकि नेट एसेट वैल्यू (NAV) कम होती है. यह रणनीति सुनिश्चित करती है कि जब बाजार में रिकवरी आती है, तो आपको इन अतिरिक्त यूनिट पर ज्यादा लाभ होता है. और आपका नुकसान जल्द कवर होता है.
Disclaimer: शेयर बाजार में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.

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