US Share Market: पॉवेल के भाषण से धूमधड़ाका-सितंबर में रेट कट के संकेत से भागा बाजार
US Share Market: पॉवेल के भाषण से धूमधड़ाका-सितंबर में रेट कट के संकेत से भागा बाजार
अमेरिकी शेयर बाजारों में शुक्रवार को जबरदस्त तेजी देखने को मिल रही है. फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल के भाषण से निवेशकों में ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदें बढ़ गई. डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज (dow jones) 850 अंकों की छलांग लगाकर 45,644.83 पर पहुंच गया. S&P500 100 अंक चढ़कर 6,472.81 पर करोबार कर रहा है. नैस्डैक कंपोजिट 400 अंकों की तेजी के साथ 21,512.094 पर पहुंच गया. अपने भाषण में पॉवेल ने कहा कि ब्याज दरों में कटौती के रास्ते खुले हैं लेकिन फेडरल रिजर्व सतर्क रुख के साथ आगे बढ़ रहा है. पॉवेल ने साफ किया कि कीमतों पर टैरिफ का असर साफ दिखने लगा है. जैक्सन होल समिट (Jackson hole summit) में पॉवेल ने कहा अमेरिकी सेंट्रल बैंक सितंबर में ब्याज दरों में कटौती की ओर बढ़ सकता है.
उन्होंने कहा कि जुलाई में उम्मीद से कमजोर भर्ती और रोजगार बाजार पर बढ़ते दबाव इस दिशा में मजबूर कर सकते हैं. पॉवेल ने चेतावनी दी कि अगर आर्थिक हालात और बिगड़े तो नौकरी जाने का खतरा और तेज हो सकता है. हालांकि उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी से महंगाई पर दबाव बना रह सकता है, इसलिए फेड को सतर्क नीति रुख अपनाना होगा. निवेशकों ने इसे राहत भरी खबर के रूप में लिया और बाजारों में खरीदारी का सिलसिला तेज हो गया.
जेरोम पॉवेल ने दिए कटौती के संकेत
अमेरिकी फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने संकेत दिए हैं कि केंद्रीय बैंक सितंबर में ब्याज दरों में कटौती कर सकता है. उन्होंने कहा कि जुलाई महीने के कमजोर रोजगार आंकड़े लेबर मार्केट पर बढ़ते रिस्क की ओर इशारा करते हैं. पॉवेल ने चेतावनी दी कि यदि आर्थिक परिस्थितियां और बिगड़ती हैं तो छंटनी की रफ्तार तेज हो सकती है. हालांकि, उन्होंने यह भी माना कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से लगाए गए टैरिफ महंगाई को बढ़ा सकते हैं, इसलिए नीतिगत सतर्कता जरूरी है.
टैरिफ का असर दिखने लगा है
पिछले साल पॉवेल ने Jackson Hole में स्पष्ट तौर पर दरों में कटौती का इशारा दिया था लेकिन इस बार तस्वीर अधिक धुंधली है. पॉवेल ने माना कि टैरिफ का असर उपभोक्ता कीमतों पर अब साफ तौर पर दिखने लगा है और आने वाले महीनों में यह और बढ़ सकता है.
मार्केट एनालिस्ट का कहना है कि हाल ही में उत्पादक कीमतों में तेजी और आगामी आर्थिक आंकड़ों की अनिश्चितता ने फेड की दर कटौती की संभावना को कुछ समय के लिए टाल दिया है.
टैरिफ का असर दिखने लगा है
पिछले साल पॉवेल ने Jackson Hole में स्पष्ट तौर पर दरों में कटौती का इशारा दिया था लेकिन इस बार तस्वीर अधिक धुंधली है. पॉवेल ने माना कि टैरिफ का असर उपभोक्ता कीमतों पर अब साफ तौर पर दिखने लगा है और आने वाले महीनों में यह और बढ़ सकता है.
मार्केट एनालिस्ट का कहना है कि हाल ही में उत्पादक कीमतों में तेजी और आगामी आर्थिक आंकड़ों की अनिश्चितता ने फेड की दर कटौती की संभावना को कुछ समय के लिए टाल दिया है.

Post a Comment